जावेद अख्तर ने कहा कि भारत कई परंपराओं, संस्कृति में बंटा हुआ है, ऐसे में हर किसी को कानून के दायरे में लाना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार को सिविल कोड का एक ड्राफ्ट इंटरनेट पर डालना चाहिए।
सिविल कोड अगर ड्राफ्ट होगा तो इसपर व्यापक चर्चा हो सकती है, इसपर एक साल तक मंथन होने के बाद इसे लागू किया जाना चाहिए, जिससे संविधान और मजबूत होगाा, इसके साथ ही लोगों में किसी भी तरह का भ्रम नहीं होगा।
1 2