सामूहिक विवाह के आयोजन से केवल स्वयं का धन ही नहीं बचता, देश की संपदा, के साथ व्यर्थ श्रम ओर बहुत सारी परेशानियों से भी छुटकारा मिल जाता है।
सामूहिक विवाह के जरिए आर्थिक रूप से कमजोर तबके के लोगों का विवाह करवा कर उन्हें गिफ्ट में गृहस्थी का सामान दिया जाता है ताकि वे अपनी आने वाली जिंदगी को अच्छी तरह से गुजार सकें। लेकिन अहमदाबाद में आयोजित हुआ एक सामूहिक विवाह समारोह लूट समारोह में तब्दील हो गया।
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