उत्तर प्रदेश में अवैध बूचड़खानों पर प्रतिबंध क्या लगाया आए दिन बारातियों के नाराज होने की खबरे आ रही हैं। कुछ समय पहले खबर आई थी कि बरेली जिले में बारात को मीट नहीं परोसा गया तो बारात लौट गई। इसी कड़ी में एक और खबर आई है।
ये खबर कुल्हेड़ी गांव से है। यहां एक परिवार अपनी बेटी को विदा करने की तैयारियों में लगा था। बारातियों की हर तरह से खातिर की जा रही थी। लेकिन दूल्हे महज इतनी सी बारात पर नाराज हो गया कि खाने में सिर्फ शाकाहारी व्यंजन ही क्यों परोसे जा रहे हैं। और इसी बात पर दूल्हे मियां कह बैठे- मीट नहीं तो शादी नहीं।
दुल्हन के परिवार वालो ने उन्हें मनाने की बहुत कोशिश की। लेकिन जब वे नहीं माने, तो तुरंत पंचायत की बैठक की गई। लेकिन इसके बाग दुल्हन ने ही उससे शादी करने से इनकार कर दिया। मामला बड़ा होता जा रहा था कि तभी शादी में आए एक मेहमान ने दुल्हन से शादी करने का प्रस्ताव रखा और दुल्हन ने उसे स्वीकार भी कर लिया।
अधिकारियों ने बताया कि पंचायत ने भी इस शादी को समर्थन दिया। गौरतलब है कि अवैध बूचड़खानों पर रोक के बाद यूपी में भैंस के मांस की कीमतें बहुत ज्यादा हो गई हैं।