शादी पर भी नोटबंदी की मार, दूल्हे के लिए 500 रुपये के नोट का हार अब 10 रुपये के नोट का हो गया है। भागीरथपुरा निवासी पंकज वर्मा की पटना में शादी है। उन्होंने मारोठिया में 500 के 50 नोट से हार बनाने का ऑर्डर दो दिन पहले दिया था। मंगलवार रात नोट बंद होने की घोषणा सुनते ही पंकज ने दुकान संचालक को 500 की जगह 100 के नोट से हार बनाने का कहा। संचालक ने 100 रुपए का हार बनाने में असमर्थता जताई। बाद में 10 के नोट का हार फाइनल हुआ। बुधवार को पंकज यही हार पहनकर पटना के लिए रवाना हुए।
जूनी इंदौर निवासी राधेश्याम परिहार के बेटे की 21 नवंबर को शादी है। खरीदी के लिए मंगलवार को बैंक से पांच लाख रुपए निकाले थे। सभी नोट हजार-पांच सौ के थे। अब उनके जैसे कई परिवार हैं, जिन्हें कैटरर्स, घोड़ी-बग्घी सहित छोटे-बड़े खर्च के भुगतान की समस्या रहेगी।
सबसे ज्यादा परेशानी उन्हें होगी, जिनके यहां गुरुवार को देवउठनी ग्यारस पर शादी है। लोगों का कहना है कि व्यापारियों को तो चेक या कार्ड से पेमेंट कर देंगे, लेकिन छोटे लोगों को तो नकद ही व्यवहार करना पड़ता है। शादियों में गिफ्ट के तौर पर रुपए देने वाले भी असमंजस में हैं। लोगों को समझ नहीं आ रहा है कि वे क्या करें।
बगैर टिकट यात्रा करने वालों को रूटीन चेकिंग के दौरान टीटी ने पकड़ लिया। चालान बनना था। यात्री ने 500 का नोट दिया। टीटी ने पूछा खुल्ले कितने हैं, यात्री ने बताया 260 रुपए। टीटी 260 का ही चालान बना दिया।