देश में नोटबंदी के बाद हालात और भी बदतर होते जा रहे हैं। एक तरफ जहां बैंको के बाहर लंबी लाइने लगी हुई हैं वहीं दूसरी तरफ अब निजी कंपनियाँ भी बे पैमाने पर अपने कर्मचारियों की छटनी करने में लग गयी हैं। प्रधानमंत्री के मेक इंडिया मिशन में सबसे आगे चल रही कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर कंपनी फॉक्सकॉन ने अपने एक चौथाई वर्कर्स को दो हफ्तों के लिए पेड लीव पर जाने को कह दिया है।
कंपनी के मुताबिक नोटबंदी के बाद से मोबाइल फोन की मंथली सेल्स आधी होकर 175-200 करोड़ रुपये पर आ गई है और हालात सुधरने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है। इंटेक्स, लावा और कार्बन सहित बड़ी लोकल कंपनियां या तो छंटनी करने या अपने वर्कफोर्स के 10 से 40 पर्सेंट हिस्से को काम बंद करने की योजना बना रही हैं। लावा अपना प्लांट 12 दिसंबर से एक हफ्ते के लिए बंद कर रही है। वहां करीब 5,000 लोग काम करते हैं। सूत्रों ने बताया कि दूसरी कंपनियां भी जल्द यही राह पकड़ सकती हैं।