प्रेमी ने दिया धोखा तो ट्रेन में साथ चल रहे युवक ने थामा युवती का हाथ , दरभंगा में अपहरण के करीब नौ माह पुराने एक मामले का बुधवार को पटाक्षेप हो गया। नई कहानी सामने आई। फेसबुक पर पहले दोस्ती हुई। फिर प्यार परवान चढ़ा तो युवती बहादुरपुर थाना क्षेत्र के गंगापट्टी गांव से भाग कर मुबंई पहुंच गई। इस बीच परिजनों ने अज्ञात के खिलाफ अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करा दी। खोज में पुलिस परेशान रही। न तो उसके पास मोबाइल था और न ही किसी दोस्त व रिश्तेदार से बात कर रही थी। 22 जून 2016 से अब तक मामला पुलिस के लिए पहेली बना रहा।
रंजना की जब उस शख्स से फेसबुक पर दोस्ती हुई तो उसने सोचा भी नहीं था कि उसकी दोस्ती प्यार में बदलेगी। अपने प्यार को पाने के लिये उसने घर परिवार से बगावत किया और परिवार तक को छोड़ दिया। पुलिस के लिए ये अपहरण का मामला करीब 9 महीने तक पहेली बना रहा लेकिन 9 महीने बाद जब रंजना अपने पति के साथ आयी तो सब चौंक कर रह गये। रंजना के मुताबिक फेसबुक पर पहले किसी अनजान युवक से दोस्ती हुई फिर प्यार परवान चढ़ा तो युवती बहादुरपुर थाना क्षेत्र के गंगापट्टी गांव से भाग कर मुबंई पहुंच गयी।
इस बीच परिजनों ने अज्ञात के खिलाफ अपहरण की प्राथमिकी बहादुरपुर थाना में दर्ज करा दी। खोज में पुलिस परेशान रही क्योंकि न तो रंजना के पास मोबाइल था और न ही किसी दोस्त और रिश्तेदार से वो बात कर रही थी। बुधवार की देर रात रंजना जब पति के साथ पुलिस के पास पहुंची तो सब कुछ साफ हो गया। एएसपी दिलनवाज अहमद के सामने दोनों ने प्रेम कहानी सुनाई तो सभी चौंक गए। रंजना को जब उसके फेसबुक वाले प्रेमी ने मिलने से मना कर दिया तो वो मुंबई से ट्रेन में सवार हुई। रंजना को रोते देख साथ ही सफर कर रहे एक युवक नीरज जोशी ने उसे सहारा दिया. नीरज ने उसे मदद का दिलासा दिलाया और अपने घर ले गया।
लेकिन जब वो मुंबई के लिये निकली तो साथल जीने-मरने की कसम खाने वाले शख्स ने रंजना से मिलने तक से इनकार कर दिया इसके बाद जो हुआ वो किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं। रंजना को ट्रेन में रोते देख साथ ही सफर कर रहा युवक नीरज जोशी रंजना की जिंदगी का हमसफर बन गया। कहानी बिहार के दरभंगा की है जहां पिछले 9 महीने से पुलिस के लिये पहेली बन चुके गुमशुदगी के एक मामले की हैप्पी एंडिंग हुई। दरभंगा के बहादुरपुर थाना क्षेत्र के गंगापट्टी गांव की रंजना कुमारी के अपहरण का मामला 22 जून 2016 को दर्ज हुआ था।
उत्तराखंड का रहने वाला युवक नीरज जोशी बेंगलुरू के एक होटल में प्रबंधक है। सफर के दौरान ही दोनों में प्यार हो गया और उसके बाद दोनों ने रजामंदी से शादी कर ली। इसके बाद दोनों साथ दरभंगा पहुंचे जहां रंजना के परिवार वालो ने भी इस रिश्ते को स्वीकार कर लिया। एएसपी दिलनवाज अहमद के सामने दोनों ने सारी बातें कहीं और पुलिस ने मामले को सुलझाया।