इस पर कोर्ट ने इस केस को कुर्ला क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिया। इस टीम ने बुजुर्ग से उनकी पोती का नाम व फोटो लिया और फिर फेसबुक पर सर्च करना शुरू कर दिया। फेसबुक पर पोती तो दिख गई पर उसके पते को लेकर कोई जानकारी नहीं मिल सकी।
इसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने साइबर एक्सपर्ट की मदद लेकर यह पता लगाने की कोशिश की यह फेसबुक एकाउंट किस मोबाइल नंबर के नेट से चल रहा है। नंबर से लोकेशन का पता लगाया तो, उस वक्त उसकी लोकेशन रत्नागिरी के पास दापोली इलाके की थी। इस पर पुलिस ने लड़की की फोटो के साथ उस इलाके में पूछताछ शुरु की। इसी दौरान दो दिन पहले लड़की को उसके प्रेमी ऋषिकेश यादव के साथ ट्रेस कर लिया गया।
वह मूल रूप से भांडुप का रहने वाला है। उसने व लड़की ने हालांकि अपने पास मोबाइल फोन रखे थे और बीच-बीच में नंबर बदलते भी रहे थे। उन दोनों ने यह भी तय किया था कि वे अपने किसी भी रिश्तेदार या परिचित को कभी फोन नहीं करेंगे, लेकिन लड़की की फेसबुक की आदत ने दोनों को पुलिस के हाथों पकड़वा दिया।