अप्रैल 2015 में बालाघाट जिले के इस मामले में कई किलो पेंगोलिन के अंग बरामद होने से वन विभाग हैरत में पड़ गया। जब इस मामले में अंतरराष्ट्रीय गिरोह के शामिल होने के संकेत मिले तो यह मामला एसटीएफ वाइल्ड लाइफ को सौंप दिया और रितेश सिरोठिया को एसटीएफ का इंचार्ज बना दिया गया।
पूछताछ में तमांग ने बताया था कि पेंगोलिन का सबसे बड़ा बाजार बर्मा, चीन, म्यांमार सहित अन्य देश हैं। इसके शरीर के अवयवों का उपयोग एशियन और चाइनीज मेडिसन में होता है।
सतपुड़ा नेशनल पार्क में एक पेंगोलिन और बाघ के शिकार के आरोपियों ने दूसरे राज्यों के तस्करों के शामिल होने की बात कही थी। तब मप्र से 82, महाराष्ट्र से 5, छत्तीसगढ़ से 1, दिल्ली से 1, पश्चिमी बंगाल से 3, मिजोरम से 12, उड़ीसा से 3, आंध्रप्रदेश से 2, यूपी से 1 आरोपी को गिरफ्तार किया था।
इनमें म्यांमार की एक महिला लुवान गोंडिंग और तिब्बत का तमांग भी शामिल था। अभी भी 30 से अधिक आरोपियों की गिरफ्तारी बाकी है। इंटरपोल द्वारा जारी रेड काॅर्नर नोटिस में इंडिया के मोस्ट वांटेड की लिस्ट में जेई तमांग का नाम शामिल हो गया है। इंटरपोल द्वारा जारी प्रोफाइल में 42 वर्षीय जेई तमांग ल्हासा का रहने वाला है। इसे नेपाली, तिब्बती, हिंदी और इंग्लिश भाषा आती है।