उन्होंने कहा कि जब पुरुष एवं महिलाओं के लिए अलग-अलग शौचालयों की व्यवस्था है तो किन्नरों के लिये क्यों नहीं। इसलिये इस वर्ग को यह सुविधा उपलब्ध कराने का विचार उन्हें आया और अब इसे अमलीजामा पहनाया जा रहा है।
निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़कर सागर शहर की महापौर रह चुकीं किन्नर कमला बुआ ने बीएमसी की इस योजना का स्वागत करते हुए कहा कि सरकार को किन्नरों के कल्याण के लिए एक आयोग का गठन करना चाहिए।
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