क्या आपने कभी ऐसा सुना है कि कोई माता-पिता महज 20 हजार रुपए के कर्जे के बदले अपने ढाई माह का बच्चें को किसी दूसरे के पास छोड़कर कहीं जा सकते हैं। लेकिन राजस्थान के टोंक जिले से ऐसा ही ममता को शर्मशार करने वाला मामला सामने आया है। पहले तो अपनी गरीबी के चलते पेट पालने के लिए अपने ही रिश्तेदार से 20 हजार रुपए का कर्ज लिया और जब कर्ज नहीं चुकाया पाए तो माता पिता अपने रिश्तेदार को कर्ज के बदले ढाई साल का बच्चा अपने रिश्तेदार को पकड़ाकर गायब हो गए।
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बच्चे की कहानी बाल कल्याण समिति में आने वाले लोगों को यह सोचने को मजबूर कर देती है कि क्या कोई माता-पिता महज 20 हजार रुपए के कर्जे के बदले अपने कलेजे के टुकड़े को यूं छोड़कर कहीं जा सकते हैं। अब यह बच्चा बाल कल्याण समिति के लिए परेशानी बना हुआ है। बच्चा इस समय बाल कल्याण समिति टोंक के बाल घर के बच्चों के साथ रह रहा है।
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बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष माया सुवालका के अनुसार 11 अप्रैल को टोडारायसिंह क्षेत्र के रहने वाले एक मोग्या दंपती कालू और रसाल इस बच्चे को बाल कल्याण समिति को सौंप गए थे। उन्होंने बताया था कि उनका रिश्तेदार बालू और लाड़ा यह कहकर वरदान को उन्हें सौंप गए कि वह उससे लिया गया 20 हजार का कर्ज चुकाने में असमर्थ हैं और जब वे 20 हजार रुपए चुका देंगे तो बच्चे को वापस ले जाएंगे। अध्यक्ष माया सुवालका की ओर से संबंधित देवली पुलिस थाने के अलावा पुलिस अधीक्षक को भी पत्र लिखे जा चुके हैं लेकिन खाना बदोश होने के चलते दोनों का कुछ भी पता नहीं चल पा रहा है।