आपने अब तक तो अजब-गजब काम करने वाले लोग तो बहुत देखे होगें। भारत में टेलेंट की कमी नहीं ऐसा ही कुछ उत्तराखंड के एक छात्र ने किया है जो हम सोच भी नही सकते है। उत्तराखंड में स्थित दून स्कूल के 12वीं कक्षा के एक छात्र ने जुगाडू तरीके से एक ऐसे बल्ब का निर्माण किया है जिसको जलाने के लिए न बिजली और ना ही बैटरी की जरूरत है। यह बल्ब सिर्फ ब्लीच पाउडर से जलता है। आपको सिर्फ इतना करना है कि एक खाली बोतल में पानी और ब्लीच पाडर डालें। इसके बाद बोतल में भरा पानी सूरज के प्रकाश को रिफलेक्ट कर कमरे को पूरी तरह रोशन कर देगा।
दून स्कूल में कक्षा 12वीं में पढऩे वाले छात्र तेजित पबारी ने यह जुगाडू आइडिया निकाला है। छात्र तेजित पबारी का ‘ए स्टडी ऑन द सोलर एल्यूमिनेशन प्रोवाइडेड बाय ए वाटर बॉटल्स’ आधारित शोध पत्र अंतरराष्ट्रीय जर्नल में प्रकाशित हुआ है। जिसे उन्होंने कृषि संस्कृति पब्लिकेशन द्वारा जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन ‘नैचुरल/एप्लाइड साइंसेज, इन्वाइरन्मेंटल इंजीनियरिंग एंड सस्टेनबल डेवलपमेंट के लिए क्लीन एनर्जी टेक्नोलॉजी’ (सिनर्जी-2016) में प्रस्तुत किया।
इस सम्मेलन में शोध पत्र प्रस्तुत करने वाले वह एकमात्र स्कूली छात्र थे। बाकी आईआईटी दिल्ली व दिल्ली विवि के एमटेक के छात्र थे। यही वह प्रोजेक्ट है जिसके मार्फतत वह गूगल साइंस फेयर 2016 में रीजनल फाइनलिस्ट बनने के साथ ही दुनिया में टॉप 100 की सूची में शामिल हो गए हैं।