तकनीकी क्षेत्र में चीन दुनिया में सब देशों से आगे है। हाल होई में चीन ने एक बहुत ही बड़ी उपलब्धि हासिल की है। दरअसल दुनिया के सबसे बड़े हवाई जहाज़ का सफल परीक्षण करने के बाद चीन भी दुनिया की सबसे शक्तिशाली ताकतों में शुमार हो गया है। इस प्लेन का नाम ‘एंफीबियस’ नाम दिया गया है। इस प्लेन की सबसे बड़ी हासियत यह है की यह पानी में भी लैंड किया जा सकता है।
दरअसल चीन के पहले एंफीबियस (जमीन-पानी में उतरने में सक्षम) प्लेन ने पहली सफल उड़ान भरी। जल्द ही इसको समुद्र में उतारने की तैयारी है। बीजिंग का दावा है कि यह दुनिया का सबसे बड़ा एंफीबियस प्लेन है। बोइंग 737 के आकार वाले एजी600 नाम का प्लेन का उड़ान परीक्षण शनिवार को दक्षिणी चीन के झुहाई शहर में किया गया। पिछले जुलाई से ही कई स्तरों पर प्लेन का परीक्षण चल रहा था। फरवरी में परीक्षणों में प्लेन के सभी चारों इंजन खरे उतरे पाए गए। चीन का कहना है कि विमान का उपयोग मुख्य रूप से आपात स्थितियों में राहत-बचाव कार्यों, जंगलों में आग पर काबू पाने और समुद्री पर्यावरण की निगरानी में किया जाएगा।
इस विमान को तैयार करने में करीब आठ साल का वक्त लगा। इसमें 90 फीसद से अधिक स्वदेशी पुर्जों का इस्तेमाल किया गया है। इस प्लेन के लिए अब तक 17 आर्डर भी मिल चुके हैं।