हालांकि इससे संबंधित क्लिप में साया के चलने फिरने में झटका जैसा महसूस किया जा सकता है. इशिकावा इस चुनौती को मानती हैं, “सबसे ज़्यादा मुश्किल तो यही है कि उसके मूवमेंट को कैसे नेचुरल बनाया जाए।”
इस चुनौती का हल निकालने में इशिकावा दंपति जुड़े हुए हैं और उनका सपना साया को वर्चुएल ह्यूमन के तौर पर विकसित करने का है.
उन्हें उम्मीद है कि एक दिन साया आम लड़कियों की तरह बात करेगी और लोगों को भावनात्मक संबल भी देगी. तब तक साया को आप डिस्पले और स्क्रीन पर देख सकते हैं।
इशिकावा को ये भी उम्मीद है कि आर्ट टैक्नालॉजी की मदद से, साया को फ्रेम के दायरे से बाहर आम लोगों के संसार में लाना संभव होगा. ऐसा होगा तो कितना दिलचस्प होगा, इसकी केवल कल्पना की जा सकती है।