विश्व प्रसिद्ध हेल्थ मैग्जीन लैंसेट (Lancet) का कहना है कि चूना भी एंटीसेप्टिक होता है और इसमें मौजूद कैल्शियम की वजह से यह हड्डियों और प्रेग्नेंसी में फायदेमंद होता है। अगर सुपाड़ी इसमें डालें तो भुनी हुई ही डालें। यह कफ के रोगों का नाश करती है और खाने में रुचि पैदा करती है। ध्यान रहे गीली सुपाड़ी न खाएं।
पान में अगर मुलेठी डालें तो गला साफ रहता है और स्वर बेहतर होता है, साथ ही एसिडिटी में भी फायदा होता है। इलाइची मुंह में स्वाद पैदा करती है और बदबू खत्म करती है, जिससे करीबियत में इजाफा हो सकता है। बड़ी सौंफ बदबू नाशक होती है और पाचन में मददगार होती है।