लड़के वर्जिन लड़की की तलाश में करवाते हैं जासूसी, जानिए कहां , पहले जहां जासूसों की मदद किसी उलझे हुए मामलों को सुलझाया जाता था, वहीं अब इनका ज्यादातर प्रयोग प्यार मोहब्बत और पार्टनर का लॉयल्टी टेस्ट करवाने में हो रहा है। राजधानी में भी कई डिटेक्टिव एजेंसी हैं, जिनके पास इस तरह के मामलों की लंबी फेहरिस्त है। दिलचस्प बात यह है कि सिर्फ लव-बर्ड्स के साथ ही अभिभावक भी अपने बेटे या बेटी की शादी से पहले उसके पार्टनर की पूरी जानकारी निकलवा रहे हैं। जानकार बताते हैं कि टेलीविजन में आए एक शो, जिसमें लॉयल्टी टेस्ट करवाया जाता था उसके बाद यह चलन ज्यादा बढ़ा है।
इनमें वर्किंग प्रोफेशनल्स ज्यादा होते हैं, क्योंकि इस कार्य के लिए फीस भी अच्छी-खासी देनी होती है। उन्हें अपने पार्टनर को लेकर हर चीज जाननी होती है। मसलन वो कहा गए, किससे मिले, पार्टी में अंदर किससे ज्यादा इंटीमेट हो रहे थे आदि। एजेंसी ने पार्टनर की जानकारी निकालने के लिए अलग-अलग पैकेज तय कर रखे हैं, जो दस हजार से लेकर 25 हजार रुपए तक के बीच में हैं। इनमें दिनचर्या के साथ वो जिससे मिले उसकी फोटोग्राफ्स से लेकर अन्य जानकारियां भी दी जाती हैं।
जिनके बच्चे दूसरे राज्य में जॉब कर रहे हैं और उन्होंने वहीं पर अपना कोई लाइफ पार्टनर चुन लिया। ज्यादातर पेरेंट्स का कहना होता है कि उनकी नजरों में संतान द्वारा चुना गया पार्टनर सही नहीं होता है,लेकिन बच्चे मानने के लिए तैयार नहीं होते। ऐसे में वो गुप्त तरीके से अपने बच्चे की होने वाले पार्टनर की पूरी कैरेक्टर रिपोर्ट मांगते हैं। ऐसे कपल्स ज्यादा होते हैं, जिनकी शादी को पांच या छह महीने भी नहीं हुए होते। वे कहते हैं कि इनमें लड़के और लड़कियां दोनों ही शामिल हैं। ये ऐसे कपल्स होते हैं जिनकी मैरिज अरेंज हुई हो या फिर परिजनों के दबाव के चलते की गई हो। ऐसे मामलों में इंवेस्टिगेशन में कई बार जो शंका लड़के या लड़की की ओर से जाहिर की जाती है वो सही भी निकलती है। वे पहली जांच पर विश्वास भी नहीं करते हैं।