प्रसव के बाद आम तौर पर महिलाओं का वजन बढ़ जाता है और दिनचर्या में बदलाव के कारण कई महिलाओं में अवसाद की स्थिति भी पैदा हो जाती है। ऐसे मामलों में स्तनपान कराना काफी लाभकारी सिद्ध होता है। इसके अलावे स्तनपान कराने से न सिर्फ नवजात और मां के बीच भावनात्मक जुडाव होता है बल्कि यह बच्चे को स्वस्थ रखने के लिए भी जरुरी है।
एक रिसर्च के अनुसार, मां के दूध में जरूरी पोषक तत्व जैसे एंटीबॉडीज, लिविंग सेल्स, एंजाइम्स और हार्मोन्स बिलकुल सही अनुपात में होते हैं जिसे नवजात का सम्पूर्ण विकास होता है। साथ ही स्तनपान कराने से माँ को भी मोटापे, अवसाद, कैंसर जैसी कई गंभीर बीमारियों से छुटकारा मिल सकता है।
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