ये वायरस लार के माध्यम से फैलता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस वायरस का संक्रमण दूर कर बांझपन खत्म किया जा सकता है। इसमें 36 बांझपन से ग्रस्त महिलाओं के सैंपल लिए गए। जिसमें से 30 को ‘एचएचवी 6 ए’ से ग्रसित पाया गया।
वैज्ञानिकों को कहना है कि महिलाओं में बांझपन के कई मामलों के लिए जिम्मेदार वायरस का इलाज किया जा सकता है। `एचएचवी-6 ए’ चिकन पॉक्स के बग जैसा होता है, जो थूक से फैलता है। स्टडी में सामने आया कि जो महिलाएं मां बन चुकी थीं उनमें इस तरह का संक्रमण नहीं पाया गया।