साऊथ के सुपरस्टार रजनीकांत ने पिता को गोद लिया है। बच्चे तो लोग गोद लेते हैं लेकिन एक पिता को गोद लेना चौंकाने वाला है। रजनीकांत ने जिन बुजुर्ग को गोद लिया है वे हैं मिस्टर कल्याणसुंदरम, जिन्होंने 30 साल तक एक लाइब्रेरियन की नौकरी की और वो 30 सालों तक हर महीने जरूरतमंदों को अपनी पूरी सैलरी दान में दे देते थे। अपनी जरूरतें पूरा करने के लिए वो एक होटल में काम करते थे।
आखिर में एक और चौंकाने वाला दावा ये है कि उन्हें इस काम के लिए अवॉर्ड के तौर पर 30 करोड़ रुपए मिले थे लेकिन कल्याणसुंदरम ने ये पैसे भी जरूरतमंदों में बांट दिए और कल्याणसुंदरम ने इन्हीं कामों से प्रभावित होकर रजनीकांत ने उन्हें अपने पिता के रूप में गोद ले लिया।
यूएनओ ने उन्हें “आउटस्टैंडिंग पर्सन ऑफ़ 20th सेंचुरी” से नवाज़ा। रजनीकांत उनके इस काम से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने कल्याणसुंदरम को पिता का दर्जा दिया और उन्हें गोद लिया। कल्याणसुंदर ने शादी नहीं की ताकि पैसे परिवार पर खर्च ना करने पड़ें। कल्याणसुंदरम की जिंदगी में पैसा बहुत आया लेकिन उन पैसों ने उन्होंने दुनिया को सुंदर बनाने की कोशिश की है। वो आज भी ऐसे ही एक छोटे से घर में रहते हैं।