वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि तेजी से रोते हुए बच्चे को देखने के बाद भी वार्ड बाय अपना काम आराम से करता रहा। मामला तब प्रकाश में आया जब बच्चे को देहरादून के अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों ने पाया कि उसके पैर में फ्रैक्चर है। आरोपी अस्पताल कर्मी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और पुलिस मामले की जांच कर रही है। शिशु के पिता का कहना है कि आरोपी ने पूरी रात बच्चे को टॉर्चर किया और बच्चे का पैर भी तोड़ दिया। पुलिस ने उस पर कार्रवाई का भरोसा दिया है।
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