उसने जगदीश की बहन को वकील बनकर फोन किया। उसने बताया कि उसने उसके भाई जगदीश की जमानत करा दी है। इसके लिए उसे साढ़े 32 हजार रुपए फीस देना पड़ेगा। रुपए लेकर मंगती बाई पुराना न्यायालय परिसर कटघोरा पहुंची।
जहां आरोपी ने महिला से रकम ले ली और भाई की जमानत कराने की प्रक्रिया पूरी करने किसी कार्यालय जाने के बहाने से निकल गया। महिला घंटों इंतजार करती रही, लेकिन नरेंद्र वहां नहीं पहुंचा। तब मंगती बाई को शंका हुई, उसने जेल जाकर देखा तो भाई जगदीश वहां बंद था, उसकी जमानत नहीं हुई थी। जिसके बाद महिला को अपने ठगे जाने का अहसास हुआ। महिला ने इसकी रिपोर्ट कटघोरा थाना में दर्ज कराई। पुलिस ने मामले में आरोपी के खिलाफ धारा 420 के तहत धोखाधड़ी का अपराध पंजीबद्घ कर लिया है।
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