मतलब मरने का नाटक करने में इन्होंने एकता कपूर के सीरियलों को भी पीछे छोड़ दिया?सीवान, बिहार में अपने गांववालों के लिए ये किसी रॉबिनहुड से कम नहीं थे। जब ये जेल में नहीं होते थे तो ये गांव के गरीबों में अपने पैसे बांट दिया करते थेइनके गांववाले आज भी इनसे बेहद प्यार करते हैं और जल्द ही वहां इनकी एक मूर्ति लगने वाली है।आज से पहले इस देश में किसी ठग की मूर्ति नहीं लगी होगीआम लोगों के साथ-साथ अपना बॉलीवुड भी इनसे बहुत इंस्पायर हुआ, मिस्टर नटवरलाल जैसी फ़िल्में इनके ऊपर बनीं और लोगों ने खूब पसंद भी कीं। अमिताभ बच्चन से लेकर इमरान हाशमी जैसे कलाकारों ने भी इनके किरदार को निभाया है।