सोनू का कहना है कि पांच-छह पुलिस कर्मियों ने उसे बारी-बारी से पीटा। रबड़ की बेल्ट से उस पर जमकर प्रहार किए गए। उसके बाल और दाढ़ी नोच दी गई। रात भर पीटने के बाद उसे छोड़ दिया गया। परिजन उसे पांवटा अस्पताल लेकर गए, जहां से नाहन मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किया गया।