मुन्नी बाई का कहना था कि एक ओर समाज द्वारा कहा जा रहा है कि यदि वह संतोषी का अंतिम संस्कार करती है तो उसे समाज से बहिष्कृत कर दिया जाएगा। यदि वह किसी तरह अंतिम संस्कार करने तैयार भी हो जाए तो उसके पास लकड़ियों के लिए तक पैसे नहीं हैं। कोई उसकी मदद के लिए आगे नहीं आ रहा है। थाना प्रभारी डीएस मर्सकोले की समझाइश के बाद उन्होंने देवदरा मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया।
दरअसल सुनील को संतोषी का अपने पति राजकुमार से बातचीत करना पसंद नहीं था। जबकि संतोषी वापस अपने पति के पास लौटना चाहती थी। इसे लेकर आए दिन दोनों के बीच झगड़ा होता था। बुधवार को विवाद के बीच सुनील ने सिर पर डंडे से वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया। आरोपी सुनील यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है जिसे आज न्यायालय में पेश किया जाएगा।
महाराजपुर थाना प्रभारी डीएस मर्सकोले ने बताया कि बुधवार सुबह सूचना मिली कि महाराजपुर पौड़ी में एक महिला की हत्या कर दी गई है। घटना स्थल पर पहुंचने पर महिला का रक्तरंजित शव पड़ा मिला। परिजनों के अनुसार संतोषी बाई पिछले कुछ माह से अपने पति को छोड़कर सुनील यादव के साथ पौड़ी में रहने लगी थी। जबकि संतोषी के पहले पति से 6 संतानें हैं।