महिला उसे फिर से नशीली दवा खिलाकर शहीद एक्सप्रेस में साथ लेकर बैठ गई। ट्रेन से वह समस्तीपुर पहुंची जहां से दूसरी ट्रेन से बेगूसराय के लखमिनिया पहुंच गई। यहां एक दिन उसे रखा गया। रात में नशीली दवा खिलाकर बेहोश कर दिया गया। वहां से बिहारशरीफ लाया गया। यहां महंगी साडिय़ां व लहंगा खरीदा गया। उसे बेचने के लिए बेगूसराय ले जाया जा रहा था। पानी में दवा डालकर पीने को कहा गया। वह पानी बदलकर दवा नहीं खाने में सफल रही।
ट्रेन जब बख्तियारपुर स्टेशन पहुंची तो उसके साथ चल रही महिला पुलिस वालों को देख दूर खिसक ली। इसी बीच वह चकमा देकर उतर गई और दूसरे प्लेटफॉर्म से खुल रही ट्रेन में बैठ गई। इससे सीधे पटना जंक्शन पहुंच गई। आरपीएफ ने उसके परिजनों को सूचना दे दी है।
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