उसने धोखे से मोबाइल फोन तोड़ दिया। सिम गुम होने का झांसा देकर अपने पास रख ली थी। इसी से उसके पास रुपए निकलने की जानकारी भी नहीं मिल पाई थी। इसी से उसने ओटीपी नंबर भी हासिल कर लिया था।
टीआई सायबर सेल अनीता ढावले ने बताया कि होशंगाबाद निवासी नितिन पांडे रेलवे के प्वाइंट मैन हैं। उन्होंने बताया कि उनके खाते से 28 दिसंबर से 1 जनवरी के बीच 1 लाख 40 हजार रुपए निकाले गए। यह रुपए उन्होंने मकान बनाने के लिए बैंक से लोन लिए थे। बैंक से पता चला कि छह अलग-अलग खातों में रकम ट्रांसफर की गई थी। पेटीएम और एसबीआई बडी से मिली जानकारी में ये अकाउंट नितिन के दोस्त प्रापर्टी डीलर नितेश यादव के निकले। पूछताछ में नितेश ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। गुरुवार दोपहर पुलिस ने आरोपी को न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया।
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