मानव संसाधन मंत्री स्मृति इरानी ने संसद में जानकारी दी थी कि दो साल में शिक्षण संस्थानों में से जेएनयू में सर्वाधिक यौन उत्पीड़न के मामले देखने को मिले। जेएनयू में इस तरह के मामलों को देखने वाली GSCASH की वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक कमिटी को जनवरी 2015 से मार्च 2016 के बीच यौन उत्पीड़न के 42 मामले मिले।
बीते साल भी यौन उत्पीड़न के सबसे ज्यादा मामलों की वजह से विवादों में रहा था। इस पर जेएनयू के अधिकारियों ने कहा था कि ऐसे मामले इसलिए ज्यादा सामने आ रहे हैं क्योंकि यहां शिकायतों को दर्ज कराने की संस्था, बाकी के संस्थानों की तुलना में ज्यादा सक्रिय है।
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