लड़की ने यह भी बताया कि अनूपगढ़ शाखा के पटड़े पर कुछ दूर चलने के बाद उसके भाई बाइक रोकी और चुन्नी से मुंह बांधकर उसे झाड़ियों में ले गए और बारी-बारी से तीनों ने दुष्कर्म किया। इसके बाद दोनों हाथों को पीछे पैरों से बांधकर नहर में फेंक दिया। पुलिस ने पीड़िता के बयान लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
जिस शख्स ने बचाया था उसने बताया कि उसे एक महिला नहर में तैरती और मदद के लिए चिल्लाती दिखाई दी। सोहनलाल ने आस-पास की ढाणियों के लोगों को इकट्ठा किया, लेकिन 2300 क्यूसेक जल प्रवाह के बीच किसी की भी हिम्मत नहर में उतरने की नहीं हुई। रस्से आदि लाए गए। तैराक दानाराम को तुरंत बुलाया गया, लेकिन तब तक महिला बहते हुए एक किमी आगे चुकी थी। दानाराम सांसी ने रस्से की मदद से 22 वर्षीय महिला को नहर से निकाला। दानों हाथ पैरों से चुन्नी से बांधे हुए थे। पुलिस मौके पर पंहुची और युवती को अस्पताल पहुंचाया गया। युवती होश में थी, लेकिन सर्दी के कारण तबीयत बेहद खराब हो गई थी।
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