आए दिन बलात्कार के मामले सामने आ रहे हैं। हाल ही में दिल्ली में एक और निर्भया कांड हुआ जिसमें दरिंदों ने 14 साल की किशोरी के साथ बलात्कार कर के ऐसा काम किया जिसे सुनकर आपकी रूह ही कांप जाएगी।

राष्ट्रीय राजधानी के एक अस्पताल में रविवार को 14-वर्षीय दलित लड़की की मौत हो गई। पीड़िता के साथ कई बार बलात्कार किया गया और जबरन ऐसिड पिलाया गया। पीड़ित बच्ची पिछले एक महीने से जीवन रक्षक उपकरणों पर जीवित थी। वहीं, मृतक बच्ची की मां का कहना है कि आरोपी उन्हें और बच्चों को जान से मार देने की धमकी दे रहे हैं।

पीड़िता ने मौत से कुछ देर पहले दिए बयान में कहा , ‘अगवा करने के बाद बुरी तरह से मारा-पीटा गया। रॉड से उसकी पिटाई की गई और जूस में तेजाब जैसा कोई जहरीला पदार्ध मिलाकर पीने के लिए मजबूर किया गया था।’ इस घटना से नाराज दिल्ली महिला आयोग प्रमुख स्वाति मालीवाल ने जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘दिल्ली को और कितने निर्भया की जरूरत है? हम अगले निर्भया के मरने का इंतजार करते रहते हैं।’ उन्होंने इस घटना के संबंध में कई ट्वीट किए। एक और ट्वीट में कहा, ‘लड़की को जबरन जहरीला पदार्थ खिलाया गया जिससे उसके अंदरूनी अंग पूरी तरह खराब हो गए और उसकी काफी दर्दनाक स्थिति में मौत हो गई।’

 

बच्ची के परिवार के लोगों का कहना है कि आठ महीने पहले उनकी बेटी का रेप करने वाले लोगों ने फिर से मई में उसका अपहरण कर लिया। बच्ची के रिश्तेदारों ने बताया, ‘एक सप्ताह बच्ची को अपनी कैद में रखा और उसके साथ बदसलूकी की गई। बच्ची को तेजाब या फिर वैसा ही कोई और जहरीला पदार्ध पिलाया गया।’ मालीवाल ने कहा, ‘वह मर चुकी है। हमारी व्यवस्था जिम्मेदार है। कभी इतना असहाय महसूस नहीं किया। कुछ करने की जरूरत है।’ मालीवाल ने हाल में दिल्ली में महिला सुरक्षा पर बने विशेष कार्यबल को भंग करने के लिए केंद्र की आलोचना की। इसका गठन 2013 में निर्भया गैंगरेप के बाद किया गया था। मृतक बच्ची के माता-पिता एक अस्पताल में सफाईकर्मी का काम करते हैं।

No more articles