हमारी भारतीय संस्कृति में चावल को अत्यधिक महत्व दिया गया है। चावल को पूर्णता का प्रतीक तथा देवताओं का प्रिय भोग माना गया है। केवल धर्म-कर्म में ही नहीं चावल का प्रयोग कई प्रकार के तंत्र-मंत्रों में भी किया जाता है।
चावल के कुछ आसान से टोटकों को अपना कर आप अपनी सभी समस्याओं से मुक्ति पा सकते हैं। आइए जानते हैं चावल के कुछ ऐसे ही बहुत आसान लेकिन तुरंत असर दिखाने वाले टोटकों के बारे में
अखंड लक्ष्मी प्राप्ति के लिए
सोमवार के दिन सुबह स्नान करके निवृत्त होकर शिवलिंग की पूजा करें। पूजा में अपने साथ लगभग आधा किलो या एक किलो चावल का ढेर लेकर बैठें। इसके बाद शिवलिंग की यथासंभव विधि-विधान से पूजा करें।
पूजा के बाद एक मुट्ठी चावल शिवलिंग पर अर्पित कर दें। बाकी बचे चावल या तो मंदिर में ही दान कर दें या किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दे दें। ऐसा लगातार पांच सोमवार तक करने से घर में अखंड लक्ष्मी का आगमन होता है।
शत्रुओं को समाप्त करने के लिए
अगर आपके शत्रु आपको बहुत ज्यादा परेशान कर रहे हैं और आपके आगे बढ़ने के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं तो यह उपाय आपके लिए ही है। साबुत उड़द की काली दाल के 38 और चावल के 40 दाने मिलाकर किसी गड्ढे में दबा दें और ऊपर से नीबू निचोड़ दें। नीबू निचोड़ते समय शत्रु का नाम लेते रहें, उसका शमन होगा और वह आपके विरुद्ध कोई कदम नहीं उठा पाएगा ।
अगर नौकरी नहीं मिल रही या ऑफिस में समस्या है
अगर आपको नौकरी नहीं मिल रही है और आप परेशान हो चुके है या आपके ऑफिस में कुछ परेशानियां चल रही हैं तो सबसे आसान उपाय है कि आप कुछ दिनों तक मीठे चावल कौओं को खिलाएं, जल्दी ही आपकी समस्या का समाधान होगा।
मनचाही मनोकामना पूरी करने के लिए चावल के टोटके
शुक्रवार की रात 10 बजे के बाद एक चौकी पर कलश रखें। कलश के ऊपर शुद्ध केसर से स्वस्तिक का चिह्न बनाकर उसमें पानी भर दें। अब कलश में चावल, दूर्वा और एक रूपया डाल दें। फिर एक छोटी सी प्लेट में चावल भरकर उसे कलश के ऊपर रखें।
उसके ऊपर श्रीयंत्र स्थापित कर दें। इसके बाद उसके निकट चौमुखी दीपक जलाकर उसका कुंकुम और चावल से पूजन करें। इसके बाद 10 मिनट तक लक्ष्मी का ध्यान करें। आपकी मनोकामना अवश्य पूरी होगी।
अशुभवता दूर हो जाती है।
सूर्यास्त के बाद भूल कर भी चावल ना खाएं, कभी भी सूर्यास्त के बाद चावल नहीं खाना चाहिए। इससे लक्ष्मीजी का अपमान होता है और घर की लक्ष्मी भी रूठ जाती है।