ईरान की इन हसीन निन्जा रेंजर्स के सामने बड़े बड़ों की पैंट गीली हो जाती है , ईरान की इन महिला निन्जा रेंजर्स की तस्वीरें इंटरनेट पर चर्चा में बनी हुई हैं। यह महिलाएं यहां के रेगिस्तान में बिना शोर किए “निनजुत्सु” मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण करती रहती हैं ताकि एक बेहतर निन्जा रेंजर बन सके।

यह प्रशिक्षण रेगिस्तान तेहरान से करीब 40 किमी की दूरी पर किया जाता है। कई बार तो रेगिस्तान में तापमान 70 डिग्री तक पहुंच जाता है। निनजुत्सु जापान के मार्शल आर्ट का एक प्रकार है जो महिलाओं के बीच काफी लोकप्रिय है। जापान में 1185 से 1868 के बीच युद्घ के समय स्थानीय लोगों ने इसका काफी उपयोग किया।

ईरान की इन हसीन निन्जा रेंजर्स के सामने बड़े बड़ों की पैंट गीली हो जाती है

यहां के जुगहिन कासल पर महिलाओं को मार्शल आर्ट के प्रशिक्षण देने की शुरुआत 1989 से हुई थी। सबसे पहले सेंसेई अकबर फराजी ईरान में निनजुत्सु लेकर आए थे।

ईरान की इन हसीन निन्जा रेंजर्स के सामने बड़े बड़ों की पैंट गीली हो जाती है

तब से अब तक हजारों महिलाओं ने यह प्रशिक्षण लिया है। वर्तमान में यहां पर चार हजार महिलाएं निनजुत्सु का प्रशिक्षण ले रही हैं।

ईरान की इन हसीन निन्जा रेंजर्स के सामने बड़े बड़ों की पैंट गीली हो जाती हैपारंपरिक पोषाक से अलग प्रशिक्षण में महिलाएं हेडबैंड व महिला निन्जा के लिए तय कपड़े पहनती हैं। महिलाएं यहां दीवार पर चढ़ने, चट्टानों के बीच छिपने, बैकफ्लिप पूरी करने, चेन और तलवार जैसे कई हथियारों के साथ अभ्यास करती हैं। कड़ी धूप में पथरीलों स्थानों पर भी महिलाओं को एक पैर पर खड़े होकर कई घंटों तक अभ्यास करना होता है। जो तस्वीरें सामने आई, उनमें इन महिला रेंजर्स को हैरतअंगेज स्टंट करते देखा जा सकता है।

 

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