महिलाएं एक साल तो मर्द सिर्फ 20 दिन ही रह सकते हैं सेक्स से दूर , मर्दों के लिए अक्सर कहा जाता है कि ये तो होते ही ठरकी है. लेकिन प्यार की इच्छा का कारण तार्क नहीं बल्कि एक हारमोन है। मर्दों और औरतों में testosterone नामक हार्मोन्स होते है। ये हार्मोन प्यार करने के लिए जिम्मेदार होता है। पुरुषों में testosterone महिलाओं के मुकाबले 20 प्रतिशत ज्यादा होता है। इसलिए ही पुरषों में प्यार करने की इच्छा महिलाओं से ज्यादा होती है। मर्द ये सोचकर परेशान रहते है कि जब भी प्यार की बात करो तो औरतों को कभी सरदर्द तो कभी थकान हो जाती है। वहीँ औरतें इस बात से परेशान रहती है कि मर्दों को बस हर वक्त प्यार ही सूझता है।
बहुत से मर्दों को प्यार का अनुभव सेक्स के बाद होता है। इसलिए ऐसा अक्सर होता है कि मर्द अलग अलग औरत के करीब जाने की कोशिश करते है। औरत को लगता है कि मर्द सिर्फ सेक्स चाहते है लेकिन सच ये है कि मर्द सेक्स के बहाने सच्चा प्यार खोजते है। अब वैसे हम मर्दों की भावना तो गलत नहीं होती पर उसे गलत समझ लिया जाता है। औरतों के लिए जहाँ प्यार के बाद सेक्स आता है वही मर्दों के लिए सेक्स के बाद प्यार की गहराई पता चलती है।
एक रिसर्च के मुताबिक मर्द बिना प्यार के 20 दिन तक रह सकते है, लेकिन 20 दिन से ज्यादा हो जाने पर उन्हें बेचैनी होने लगती है। लेकिन जब बात महिलाओं के आती है तो उनके अंदर खुद पर नियंत्रण करने की क्षमता पुरुषों से अधिक होती है, महिलाएं बिना प्यार के एक वर्ष तक रह सकती है।