परंपरा के नाम पर यहां महिलाओं के साथ बेहद ही आमनवीय व्यवहार किया जाता है लेकिन यहां की महिलाओं के लिए ये व्यवहार किसी बड़े पुरुस्कार
दुनिया की कुछ परंपराएं बेहद अजीबो गरीब हैं। खास तौर से आदिवासियों और पिछड़ी जनजातियों की। जब आदिवासी क्षेत्रों से जुड़ी रस्मों-रिवाजों की बात करते हैं तो यहां कई रोचक बातें निकलकर सामने आती हैं। आज बात करते हैं इथोपिया की ऐसी जनजाति की, जहां महिलाएं पिटने पर करती हैं गर्व का अनुभव।
हैमर जाति के लोग कैटल जंपिंग सेरेमनी मनाते हैं ये उनका एक खास तरह का समारोह होता है। इस समारोह में 15 गायों को एक साथ खड़ा कर दिया जाता है और एक युवक उसे कूदते हुए पार करता है। यदि कोई लड़का इसमें फेल हो गया तो उसकी शादी नहीं होती साथ ही औरतों का एक समूह उसे जमकर पीटता है। इसके बाद उस लड़के के घर की सभी औरतों को पीटा जाता है। यह पिटाई तब तक होती है जब तक औरतों के शरीर से खून न निकल आए।
एक फ्रेंच फोटोग्राफर ‘एरिक लैफोर्ग’ ने इथोपिया की हैमर जनजाति को अपनी तस्वीरों में कैद किया है। एरिक की मानें तो हैमर जनजाति के लोग काफी अलग हैं, इनकी परंपराएं और रीति-रिवाज काफी हैरान करने वाले हैं।
एरिक ने पूरा इथोपिया घूमा और हैमर जनजाति के रहन-सहन और उनकी पसंद-नापसंद की जानकारी इकठ्ठा की। इथोपिया की यह हमर जनजाति तेजी से विलुप्त हो रही है। ऐसे में एरिक ने इनकी कुछ रोचक तस्वीरें कैमरे में कैद की।
महिलाओं को मारने के लिए पुरुषों का एक संगठन होता है जिसे ‘माजा’ कहते हैं। इस पूरे घटनाक्रम में कोई भी महिला भागती नहीं है। यही नहीं जो महिलाएं मार खाने से बच जाती हैं वह ‘माजा’ समूह से मार खाने की विनती करती हैं।
यह मार खाने वाली रस्म सिर्फ समारोह तक सीमित नहीं है। इन महिलाओं को तब तक मारा जाता है जब तक उनके दो बच्चे न हो जाएं। हैमर जाति के लोग इसे गलत नहीं मानते हैं। महिलाओं का कहना है कि मार खाने से उनको हिम्मत मिलती है और साथ ही वह मजबूती से आगे आकर अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकती हैं।