दो दोस्त रात भर अपनी महिला दोस्त की लाश कार में डाल कर घूमते रहे , दो कारोबारी दोस्तों के साथ खाना खाने के लिए निकली रिटायर्ड फारेस्ट अफसर की बेटी की संदिग्ध हालत में रात को मौत हो गई। सुबह 10.30 बजे दोनों दोस्त कार में लाश लेकर थाने पहुंचे। दोनों का कहना है कि वे रातभर लाश को पिछली सीट पर लेकर घूमते रहे और उन्हे उसकी मौत का पता सुबह लगा।
बकौल मनोज मैं और सुषमा बहुत अच्छे फ्रेंड हैं। उसका मुझे शाम को फोन आया था कि खाना खाना चाहती है और दो पेग भी पीएगी। मैं दोस्त जय के साथ सोमवार रात 8.30 बजे सुषमा के यहां पहुंचा और उसे कार में बैठाया। फिर हम तीनों कैट पहुंचे। वहां के शराब खरीदी । चलती कार में ही हमने पैग बनाए। तीनों ने दो-दो पैग लिए। फिर सुषमा बोली कि नशा नही हुआ है, दो पैग और पीना है। हमने फिर से शराब खरीदी।
शराब पीने के कुछ देर बाद सुषमा को नींद आने लगी। वो पीछे की सीट पर लेट गई। हम कार को गोपुर-कैट-राजेन्द्र नगर और द्वारकापुरी इलाके में ही घुमाते रहे। देर रात हमे भूख लगी तो सुषमा से पूछा, लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया। फिर जय और मैंने केट के पास एक जगह खाना खाया, तब भी सुषमा कार में ही लेटी रही।हमें लगा उसे नशा ज्यादा हो गया है। नशा उतरेगा तो खाना खा लेगी, इसलिए खाना पार्सल करवा लिया। काफी देर तक हम दोनों भी कार लेकर एक सुनसान इलाके में खड़े रहे।