आज जहां मोहब्बत शब्द सिर्फ नाम मात्र के लोए रह गया है वहीं एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे देख कर लोगों को यकीन हो गया कि सच्ची मोहब्बत नाम की भी कोई चीज़ होती है। पत्नी के मरने के बाद उसके उसकी मांग में आखिरी सिंदूर भरते ही पति की भी मौत हो जाना। ये कहानी थोड़ी फिल्मी लगती है लेकिन वास्तव में यह हक़ीक़त है और सच्ची मोहब्बत का एक जीता जागता उदाहरण है। इस नज़ारे को देख कर वहाँ मौजूद सभी रिश्तेदार एवं ग्रामीणों की आँखें भी नम हो गईं।
दरअसल यह घटना है गांव मानई की जहां 55 साल के प्रताप सिंह की 50 वर्षीय पत्नी अचानक बीमार पड़ने के बाद अगले ही दिन उन्हें अलविदा कह कर इस संसार से चल बसीं। हिंदू रीति रिवाज के अनुसार सुहागन मौत पर महिला के शव को अंतिम संस्कार से पूर्व सोलह श्रंगार कर सजाया जाता है। परिवार की महिलाओं ने शव को स्नान कराकर श्रंगार किया। जब पति प्रताप को उनकी पत्नी की मांग में आखिरी बार सिंदूर भरने को बुलाया गया तो मांग में सिंदूर भरते ही प्रताप खुद भी अपनी पत्नी के शव पर गिर पड़े और दम तौड़ दिया।