श्रीनगर : प्रशासन ने गुरुवार को दक्षिण कश्मीर में अनंतनाग को छोड़कर कश्मीर के अन्य सभी जिलों से कर्फ्यू हटाकर एहतियातन निषेधाज्ञा लागू रखी, लेकिन अलगाववादियों के बंद के आगे बेबस वादी में सामान्य जनजीवन पूरी तरह ठप्प रहा। विभिन्न इलाकों में पाकिस्तानी झंडों को लेकर राष्ट्रविरोधी नारेबाजी कर रही हिंसक भीड़ व पुलिस के बीच हुई झड़पों में तीन पुलिसकर्मियों समेत 13 लोग जख्मी हो गए। इस बीच, संगम-अनंतनाग में दो युवकों ने सुरक्षाबलों से बचने के लिए ङोलम दरिया में छलांग लगा दी, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। इस बीच, अलगाववादी खेमे ने वादी में बहाल होती शांति में खलल डालने का प्रयास करते हुए शुक्रवार को जामिया चलो मार्च का एलान किया है। उन्होंने लोगों को भड़काते हुए कहा कि वे नमाज-ए-जुम्मा श्रीनगर की ऐतिहासिक जामिया मस्जिद में अदा करें और उसके बाद भारत विरोधी प्रदर्शन करें।
वादी में बुधवार को कुछ इलाकों में ही हिंसा हुई थी। स्थिति लगभग सामान्य रही थी, जिसके बाद प्रशासन ने कर्फ्यू हटा लिया, लेकिन इसका सामान्य जनजीवन पर असर नजर नहीं आया। सुरक्षाबलों की भारी तैनाती के बावजूद ¨हसक प्रदर्शन हुए। ग्रीष्मकालीन राजधानी के बाबाडेंब, काठीदरवाजा, छत्ताबल, नौपुरा, ख्याम, नूरबाग, सिमेंट ब्रिज, कमरवारी में पुलिस और प्रदर्शनकारियोंके बीच दोपहर बाद तक हिंसक झड़पें होती रही, जिनमें तीन पुलिसकर्मियों समेत सात लोग जख्मी हुए। चोटा बाजार में प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर ही जुहर की नमाज अदा की। बड़ी संख्या में महिलाओं ने भी भारत विरोधी नारेबाजी करते हुए शहर के विभिन्न हिस्सों में जुलूस निकाले। दक्षिण कश्मीर के शोपियां में आजादी समर्थक और पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाते हुए युवकों ने बाइक रैली निकाली। इन युवकों के हाथ में भी पाकिस्तानी झंडे थे। पुलिस द्वारा रोके जाने पर ये युवक हिंसक हो उठे। उन्हें खदेड़ने के लिए पुलिस को आंसूगैस का सहारा लेना पड़ा, जिसमें दो युवकजख्मी हुए। वेरीनाग में भी राष्ट्रविरोधी नारेबाजी कर रहे युवकों ने पाकिस्तानी झंडा लेकर एक रैली की।