जैकी का कहना है कि इसमें कुछ भी बुरा नहीं है। वह अपनी पढ़ाई और अपने बच्चे के लिए यह काम करती हैं। जैकी अपने पेशे को एक नोबेल प्रोफेशन मानती हैं। उनका कहना है कि वे मानसिक रूप से टूटे हुए लोगों को भावनात्मक सहारा देती है जिससे उन्हें खुशी मिलती है और लोगों को खुश करना कतई गलत नहीं है।