वे लिखती हैं ‘यह एक कठिन लड़ाइ है लेकिन जैसे ही आप इसे डायग्नोस कर लेते हैं, वैसे ही आप इसके लक्षण मैनेज कर सकते हैं। आप कभी नहीं जान सकते कि वह व्यक्ति किस चीज से गुजर रहा है और किसी को भी बिना उनकी कहानी जाने ‘आलसी और अस्वास्थ्यकर’ की श्रेणी में डालना उचित नहीं।
विक्टोरियन हेल्थ डिपोर्टमेंट के अनुसार पीसीओएस प्रजनन आयु की 12 से 18 प्रतिशत महिलाओं को प्रभावित करता है। 70 प्रतिशत मामले डायग्नोज नहीं हो पाते हैं।