इस समाज की परपंरा के मुताबिक, मृत्यु के बाद लोगों को बीमार व्यक्ति की तरह रखा जाता है, उसकी सेवी की जाती है जिसे ‘मकुला’ कहते हैं। इस समाज की परंपरा के मुताबिक, परिवार के सदस्य की मृत्यु के बाद उसका अंतिम संस्कार तब तक पूरा नहीं किया जा सकता, जब तक की परिवार के सभी लोग एकत्रित नहीं होते।
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