नियाग्रा फॉल्स को देखने के लिए दुनियाभर के लोगों की इतनी दिवानगी के पीछे नियाग्रा फाल्स की वास्तुनुकूल भौगोलिक स्थिति ही है। नियाग्रा फॉल्स में पानी ग्रेट लेक से बहता हुआ दक्षिण दिशा से उत्तर दिशा की ओर 170 से 180 फीट नीचे गिरता है। ऊंचाई का यह अन्तर तल पर पड़े पत्थरों के कारण है। इस प्रकार नियाग्रा फॉल्स की दक्षिण दिशा ऊंची और उत्तर दिशा नीची है।
वास्तुशास्त्र के अनुसार दुनिया में कोई भी स्थान तब ही प्रसिद्ध हो पाता है जब उसकी उत्तर दिशा में गहराई होती है और यदि इसी गहराई के साथ पानी का जमाव भी हो जाए तो यह प्रसिद्धि चौगुनी हो जाती है।
इसी वास्तुनुकूल भौगालिक स्थिति के कारण नियाग्रा फॉल्स के विश्व में प्रसिद्ध है, जबकि दुनिया में नियाग्रा फॉल्स से भी बड़े दो फाल्स है। जिसमें से एक है विक्टोरिया फाल्स जो जाम्बिया और जिम्बाबवे की सीमा पर जाम्बेजि नदी पर बना दक्षिण अफ्रीका में स्थित है। विक्टोरिया फाल्स जिसे “The Smoke that Thunders” (धुएं की गर्जना) भी कहा जाता है। इसे दुनिया का सबसे बड़ा फाल्स कहा जाता है। यह फाल्स उत्तर दिशा से दक्षिण दिशा की ओर बह रहा है।
इस प्रकार इसकी उत्तर दिशा ऊंची और दक्षिण दिशा नीची है। दूसरा फाल्स है इग्वाजू फाल्स, जो कि ब्राजील और अर्जेटीना की सीमा पर इग्वाजू नदी पर बना है। यह 275 फाल्स का समूह है। जिसमें ज्यादातर फाल्स की ऊंचाई 210 फीट है। इसमें सबसे बड़ा फाल्स यू शेप फाल्स जिसे Devil’s Throat (शैतान का गला) कहते हैं।