मिकी जगितयानी का जन्म कुवैत में हुआ है, लेकिन उन्होंने अपनी शिक्षा भारत में ही की है। नौकरी की तलाश में मिकी के पिता कुवैत गए थे जहां उन्होंने एक छोटी सी दुकान खोली थी। उन्होंने मिकी को अकाउंट्स की पढ़ाई करने के लिए कॉलेज भेजा, लेकिन कुछ एग्जाम ना देने के कारण मिकी को स्कूल से निकाल दिया गया। जिसके बाद कमाई के लिए वह होटलों के कमरे साफ करने लगे और टैक्सी भी चलाने लगें। कुछ समय बाद वह वापस कुवैत लोट आए और वहीं से उनकी जिंदगी में कठिनाई का दौर शुरु हो गया। कुवैत आने के कुछ समय बाद ही उनके भाई, मां और पिता की मृत्यु हो गई और 21 साल की उम्र में वह अकेले हो गए थे। तब उन्होंने अपने पिता की दुकान को दुबारा खोलने का सोचा।