हेयर एक्सपर्ट्स का कहना है कि आज कल अच्छी क्वालिटी के बालों का मिलना मुश्किल हो गया है। बड़े शहरों में लोग अपना लुक बदलने के चक्कर में बालों के साथ छेड़छाड़ करते हैं। इसलिए निर्याताओं को मंदिरों की शरण में जाना पड़ता है।
मंदिरों में बालों की नीलामी भी की जा रही है। तिरूमाला, तिरूपति देवास्थान ने श्रद्धालुओं के बालों का ई-आक्शन कर 74 करोड़ रुपए जुटाए थे। पिछले कुछ सालों से बालों का बाजार अब धीरे-धीरे बदल रहा है। दक्षिण भारत की महिलाएं अपने बालों के साथ ज्यादा छेड़छाड़ नहीं करतीं।