इस दर्दनाक घटना के बाद सवाल खड़े होने लगे हैं और विरोध किया जा रहा है। द ब्रिटिश पाकिस्तानी क्रिस्चिन एसोशिएशन पीड़ित परिवार की मदद कर रहा है और प्रशासन से न्याय की मांग कर रहा है। साथ ही पुलिस ने मामले की शिकायत दर्ज करने से भी मना कर दिया है। संगठन के मुताबिक, कुछ मुस्लिम समुदाय अकेले रहने वाले परिवारों को टारगेट करते हैं, खासतौर पर जिनके घर छोटे गांवों में मिट्टी के बने होते हैं। इतना ही नहीं इन ईसाई परिवारों को बंदूक और लाठ्ठियों के जोर पर लूटा भी जाता है। पीड़ित परिवार ने बताया कि इस्लाम कबूलने का खौफ इस कदर बनाया जाता था कि उनके पूरे परिवार को खत्म करने की धमकी आए दिन दी जाती थी।
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