पाकिस्तान के डॉन अखबार के मुताबिक फ्लाइट के कैप्टन अनवर आदिल ने बताया कि अतिरिक्त यात्रियों के विषय में खुद उनको भी कोई जानकारी नहीं थी। फ्लाइट के टेक ऑफ करने के बाद उन्हें इसकी जानकारी दी गई। चूंकि प्लेन ने तुरंत ही उड़ान भरी थी इसलिए तत्काल लैंडिंग भी नहीं कराई जा सकती थी। तत्काल लैंडिंग से एक तो ज्यादा ईंधन खर्च होता और ऊपर से यह एयरलाइंस के लिए भी ठीक नहीं होता।
इतना ही नहीं, इस सब के बीच यात्रियों की सुरक्षा को लेकर यह बहुत बड़ी लापारवाही थी। आपताकाल की स्थिति के लिए इन यात्रियों को ऑक्सिजन मास्क और बाकी सेफ्टी डिवाइसेज भी नहीं दिए गये थे। रिपोर्ट के मुताबिक यह पहला मामला है जब किसी फ्लाइट पर क्षमता से ज्यादा यात्रियों ने सफर किया हो। फ्लाइट की क्षमता 409 सीटों की थी जिसमें 416 यात्रियों ने सफर किया।