चेस्ट बैंक भारतीय स्टेट बैंक में अब तक नए नोट नहीं आए हैं। आगे भी एक-दो दिन तक इसके आसार नहीं हैं। नोट यहां नहीं बदले जा रहे हैं, केवल जमा हो रहे हैं। रोजाना करीब एक करोड़ रुपए जमा हो रहा है। ब्रांच मैनेजर प्रतीक साहू ने बताया कि दिवाली के समय से एटीएम खराब था, जिसे बुधवार को ठीक किया गया। अब बंैक में कतार कम हो गई है। बैक के चालीस हजार खातेदार हैं।

उन्होंने बताया कि गांव से कई लोग आए और पैसे जमा कर चले गए। वे मंगलवार को गांव से पैदल निकले थे। पहाड़ी रास्ते और नदी-नालों को पार कर रास्ते में एक गांव चिलापाका में रुके। अपने साथ बर्तन और चावल-दाल लेकर निकले थे। हिंसक पशुओं और सांप-बिच्छू का डर था, लेकिन मजबूरी थी। रालपल्ली सेण्डा के कनकेया पुलसे, राजैया कोडपा, किस्टैया कोड़पा सहित कुछ अन्य ग्रामीण बुधवार को साइकिल से आए थे। इनके पास पांच से छह हजार रुपए थे। सुबह छह बजे से ये लाइन में लगे थे। 80 किमी दूर बसे गांव आरापल्ली, चिल्लामरका, आदि गांवों से आए लोग भी यहां नोट जमा करवाने कतार में लगे थे। सेण्डा ऐसा क्षेत्र है, जहां हजारों लोग बसे हैं। पहले ही इस क्षेत्र से कई लोग ब्लॉक मुख्यालय में आकर बस गए हैं। चुनाव के दौरान भोपालपटनम मतदान केन्द्र में ये वोट डालते हैं। सेण्डा में बसे लोग यहां नहीं आते। कई लोगों के पास वोटर व आधार कार्ड भी नहीं है।

 

 

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