विलासा जिन बच्चों को गोद में छोड़कर गई थीं वे 50-55 साल के हो गए हैं और उनका भरा पूरा परिवार है। इनायतपुर गांव के रामलाल, मातादीन, चेतराम व भिखारीलाल ने बताया कि वे लोग अंतिम संस्कार में गए थे और उन्हें गंगा में प्रवाहित किया था। विलासा का कहना है कि यह ईश्वर का चमत्कार ही है। मुझे ऐसा लग रहा है कि मेरा सब कुछ वापस लौट आया। मेरे परिवार में जश्न का माहौल है। मेरी बहनें इतनी खुश है, जिसका ठिकाना नहीं है। मेरी मां की धीरपुर गांव में भी रिश्तेदारी है। वह पहले वही रहती थी। धीरपुर गांव की एक लड़की, जिसकी शादी तेजपुर गांव में हुई थी।