पुरातत्व विभाग से मिली खबरों के मुताबिक प्रस्तावित स्थल पर 135 और 195 मीटर तक ड्रिलिंग के बाद निकलने वाली खनिज संपदा को कोर बाक्स में पैक कर दिया गया है जिसे जांच के लिए जीएसआई के नागपुर स्थित मध्य भारत के मुख्यालय भेजा जाएगा। प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर एस विक्रम सिंह ने बताया कि दीपावली के मद्देनजर इमलिया में ड्रिलिंग का काम रोक दिया गया है। 5 नवंबर से फिर संभावित स्थानों पर ड्रिलिंग कर सोना समेत अन्य कीमती धातुओं का पता लगाया जाएगा। उन्होने कहा कि सफलता मिलने तक जीएसआई का सर्वे जारी रहेगा।
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