बाप रे! इस रेस्त्रां में ज़िंदा लड़कियों पर सर्व होता है खाना

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न्योताईमोरी को कला का ही एक रूप माना जाता है, इसमें अभ्यास की जरूरत होती है। आमतौर पर सुशी के साथ शैंपेन परोसी जाती है। न्योताईमोरी का आनंद लेने के लिए मेहमानों के भी कायदे होते हैं।  उन्हें सख्त अनुशासन का पालन करना होता है,मेहमान अश्लील इशारे नहीं कर सकते।

वे मॉडल्स से बात नहीं कर सकते, खाना चॉपस्टिक्स से ही खाना होता है। कुछ रेस्त्रां नियमों में ढील भी देते हैं।  वहां आप सीधे मुंह से भी सुशी उठा सकते हैं। न्योताईमोरी को सभी जगह सम्मान की निगाह से नहीं देखा गया। कई विशेषज्ञों ने इसे नारी शरीर के गलत इस्तेमाल के तौर पर देखा। न्योताईमोरी कई देशों में प्रतिबंधित है, चीन ने 2005 में इस पर बैन लगा दिया था।

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