आलम यह है कि पोल्ट्री के बदबू, बड़े-बड़े हरे एवं नीले रंग के मक्खी के बाद मरी एवं सड़ी गली मुर्गियों के अवशेष को खाकर आवारा कुत्ते पागल हो गए हैं। कुत्तों ने कामता में आतंक मचा रखा है। एक तरफ जहां मवेशियों पर हमला कर उसकी जान ले रहे हैं वहीं अब ये कुत्ते आदमखोर हो चुके हैं।

24 नवंबर को दोपहर 2.30 ग्राम कामता के बच्चे राजेश्वरी साहू (6 वर्ष), यामिनी यादव (6 वर्ष), रूपेश साहू (10 वर्ष), युवराज कौशल (6 वर्ष) अपने अपने घर के पास खेल रहे थे कि आठ से दस की संख्या में पागल कुत्तो का झुंड गलियों में घुस कर इन छोटे छोटे बच्चों पर हमला कर दिया। इन कुत्तो ने बच्चों पर झपट्टा मार कर उनके चेहरे, हाथ, छाती एवं सिर के मांस को नोच खाया।

 

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