सिविल सर्जन डा. अग्रवाल ने बताया कि नवजात शिशु 20 सप्ताह का है और उसका वजन भी बहुत कम लगभग 540 ग्राम है। ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने डा.अग्रवाल को बताया कि जब मीना आठ्या ने बच्ची को जन्म दिया था, तब उसके शरीर में न तो कोई हरकत थी और न ही सांस चल रही थी, लिहाजा उसे मृत घोषित करते हुए शव परिजनों को सौंप दिया था। बच्ची को दोबारा आईसीयू में भर्ती कराया गया और इस मामले में हुई लापरवाही के जांच के आदेश भी दिये गये।