वहीं अपने इस काम को लेकर शांति देवी का कहना है कि वह आज जो कुछ हैं अपने पति रामबहादुर की वजह से हैं। वह उनके साथ हर मोड़ और हर काम में साथ रहते हैं। उनका कहना है कि उन्‍हें 8 बच्‍चे हैं और दिल्‍ली में रहते हुए 20 साल हो गए हैं।

ऐसे में परिवार पालने के लिए काम करना तो जरूरी ही है। जिससे उन्‍होंने कुछ अलग तरीके से काम करने का मन बनाया। शुरू-शुरू में लोगों ने उनसे यही कहा कि यह सब काम नहीं कर पाओगी। यह सब उनके बस की बात नहीं है। इसमें काफी ज्‍यादा मेहनत है। कई बार हैवी-हैवी चीजें भी उठानी पड़ सकती हैं, लेकिन वह हिम्‍मत नहीं हारी। इसी वजह से आज एक देश की अकेली महिला मैकेनिक बनकर उभरी हैं। जाहिर है कि शांति देवी आज की महिलाओं के लिए एक बड़ी मिसाल हैं।

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